अरिकामेडु
अरिकामेडु पुदुचेरी से 3 किमी दूर कोरोमण्डल तट पर स्थित एक प्राचीन बन्दरगाह था। आज से 2200 से 1900 वर्ष पहले यहाँ से चीन, रोम, मलाया से व्यापार संचालित होता था।
1945 ई. में व्हीलर एवं कैंसल ने यहाँ उत्खनन में अनेक रोमन बस्तियों के अवशेष प्राप्त किए थे।
उत्खनन में प्राप्त सिक्कों के आधार पर अरिकामेडु प्रथम शताब्दी ई. तक (100 BC - 200 AD) के मध्य प्रसिद्धि के शिखर पर रहा।
यहाँ ईंटों से बना एक ढाँचा मिला है, जो सम्भवतः गोदाम रहा हो।
यहाँ भूमध्यसागरीय क्षेत्र के एंफोरा जैसे पात्र मिले हैं।
इनमें शराब या तेल जैसे तरल पदार्थ रखे जा सकते थे।
इनके साथ ही यहाँ 'एरेटाइन' जैसे मुहर लगे लाल-चमकदार बर्तन भी मिले हैं।
इन्हें इटली के एक शहर के नाम पर 'एरेटाइन' पात्र के नाम से भी जाना जाता है।
इसे मुहर लगे साँचे पर गीली चिकनी मिट्टी को दबाकर बनाया जाता था।
कुछ ऐसे बर्तन भी मिले हैं, जिनका डिजाइन तो रोम का था, किन्तु वे यहीं बनाए जाते थे।
यहाँ रोमन लैम्प, शीशे के बर्तन तथा रत्न भी मिले हैं।
यहाँ छोटे-छोटे कुण्ड मिले हैं, जो सम्भवतः कपड़े की रंगाई के पात्र रहे होंगे।
यहाँ पर शीशे और अर्द्ध-बहुमूल्य पत्थरों के मनके बनाने के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं।
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