मीर कासिम कौन था ?

मीर कासिम


मीर कासिम बंगाल के नवाब मीर जाफर का दामाद था।  
जिसे 1760 ई. में अंग्रेजों ने मीर जाफर को हटाकर मीर कासिम को नवाब बना दिया। 



मीर कासिम ने अपनी राजधानी को मुर्शिदाबाद से मुंगेर हस्तान्तरित कर लिया।  

उसने बंगाल में दस्तक के दुरुपयोग को रोकने के लिए आन्तरिक व्यापार पर सभी प्रकार के शुल्कों की वसूली बन्द कर दी।  

अंग्रेजों ने इसे अपने विशेषाधिकार की अवहेलना के रूप में लिया और जुलाई 1763 ई. में मीर जाफर को पुनः बंगाल का नवाब बना दिया।  

मीर कासिम ने बंगाल छोड़कर अवध के नवाब शुजाउद्दौला के यहाँ शरण ली।  

उस समय मुगल सम्राट् शाहआलम द्वितीय भी था।  
तीनों के मध्य समझौते के तहत् उनकी संयुक्त सेना ने पटना के पास बक्सर में सैनिक डेरा डाला।  

22 अक्टूबर, 1764 को बक्सर के युद्ध में हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने इस संयुक्त सेना को पराजित कर दिया।  

इस युद्ध के पश्चात् अंग्रेजों की भारत में वास्तविक सत्ता स्थापित हुई। 

बक्सर के युद्ध का महत्व बंगाल में वैधशासन प्रारम्भ हुआ और अंग्रेज बंगाल, बिहार और उड़ीसा के वास्तविक शासक हो गए।  

बंगाल का नवाब अंग्रेजों पर आश्रित हो गया और मुगल बादशाह पेंशनभोगी।  
इस प्रकार अंग्रेजों की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई।  

अंग्रेजों ने सैन्यशक्ति और सैन्य संचालन की श्रेष्ठता को सिद्ध किया। 


इलाहाबाद की सन्धि

बक्सर युद्ध में हुई अंग्रेजों की विजय - के पश्चात् दोनों पक्षों के मध्य 1765 ई. में इलाहाबाद की सन्धि हुई।  
इस सन्धि की शर्ते निम्नलिखित थीं -
1. अवध के नवाब शुजाउद्दौला ने अंग्रेजों को ₹50 लाख देना स्वीकार किया।  
2. कडा एवं इलाहाबाद के जिले मुगल बादशाह को दे दिए गए।  
3. नवाब ने चुनार अंग्रेजों को दे दिया।  
4. मुगल बादशाह ने बंगाल, बिहार एवं उड़ीसा की दीवानी अंग्रेजों को दे दी।  
5. अंग्रेजों ने मुगल बादशाह को ₹ 26 लाख वार्षिक पेंशन देना स्वीकार किया। 

अंग्रेजों ने मीर जाफर को पुनः बंगाल का नवाब बना दिया, दोनों के मध्य एक सन्धि हुई।  

इस सन्धि के अनुसार मीर जाफर ने अंग्रेजों को ₹ 30 लाख युद्ध का व्यय और ₹ 25 लाख अंग्रेज सैनिकों को पुरस्कारस्वरूप दिए।  

साथ ही मीर जाफर ने यह भी स्वीकार किया कि मीर जाफर के दरबार में एक अंग्रेज रेजीडेन्ट रहेगा।  

एक बार फिर नवाब का खजाना खाली हो गया और वह आर्थिक संकट में फंस गया।  

इस समस्या से निपटने के लिए जब तक वह कोई निर्णय लेता उससे पहले 20 फरवरी, 1765 ई. को ही उसकी मृत्यु हो गयी। 

मीर कासिम और अंग्रेजों के बीच हुए युद्ध और उनके परिणाम 

1. नवाब की सेना और यालिस के बीच पटना में युद्ध 1760 ई. में हुआ,अंग्रेज हार गए।  
यालिस और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया।  

2. 19 जुलाई, 1763 ई. को कटवा नामक स्थान पर मेजर एडम्स और नवाब की सेनाओं के बीच युद्ध हुआ।  

3. सितम्बर 1763 ई. में जिरिया, सती और उदयनाला में हुई लड़ाइयों में नवाब पराजित हुआ।  

4. बक्सर के युद्ध में 1764 ई. में नवाब पराजित हुआ। 

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