ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) क्या है ?

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई)


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ऊर्जा दक्षता ब्यूरो


विधुत मन्त्रालय के अधीनस्थ ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) द्वारा हर साल 14 दिसम्बर को 'राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस' का आयोजन किया जाता है। 
 इसका उद्देश्य ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण में भारत की उपलब्धियों को दर्शाना और जलवायु परिवर्तन में कमी का दिशा म राष्ट्र क सर्वागीण प्रयासों के तहत् समग्र विकास की अपनी महत्वाकांक्षा के लिए अथक कोशिश करना है।  
ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण के महत्व के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ान कालए ऊजा दक्षता ब्यूरो 9 से 14, दिसम्बर, 2019 तक 'राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्ताह' मनाया गया। 






राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार कार्यक्रम के तहत उद्योग के अन्तर्गत आने वाले 56 उपक्षेत्रों (सब-सेक्टर), प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों जैसकि ताप विद्युत केन्द्रों, कार्यालयों एवं बीपीओ भवनों, होटलों, अस्पतालों, शॉपिंग मॉल, जोनल रेलवे, रेलवे से जुडी कार्यशालाओं एवं स्टेशों, नगरपालिकाओं, राज्यों द्वारा नामित एजेंसियों एंव बीईई के स्टार लेबल वाले उपकरणों/उपस्करों के निर्माताओं और विद्युत वितरण कम्पनियों की ऊर्जा दक्षता से जुड़ी उपलब्धियों को सराहने के अलावा उन्हें बाकायदा मान्यता दी जाती है।  

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) राष्ट्रीय संरक्षण दिवस पर अपनी जागरूकता आउटरीच के तहत ऊर्जा खपत में उल्लेखनीय कमी के लिए उद्योगों एवं अन्य प्रतिष्ठानों द्वारा किए गए ठोस प्रयासों की सराहना करने के साथसाथ उन्हें प्रोत्साहित भी करता है।  

इसके तहत उन्हें राष्ट्रीय ऊर्जा सरक्षण पुरस्कार प्रदान किए जाते है। 

 ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के जरिए विद्युत मन्त्रालय विभिन्न नीतियाँ एवं योजनाएँ कार्यान्वित कर रहा है, जिनमें पीएटी स्कीम, मानक एवं लेबलिंग, ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता एवं मॉग पक्ष का प्रबन्धन भी शामिल हैं। 

इसके अलावा ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को और भी अधिक प्रभावकारी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए उद्योगों के विभिन्न सेक्टरों और राज्यों के अन्दर ऊर्जा संरक्षण दिशा-निर्देशों और राज्य ऊर्जा दक्षता तैयारी सूचकांक के विकास की भी सराहना की जाती है।  

रिहायशी क्षेत्र के लिए ऊर्जा संरक्षण भवन संहिताएँ भी विकसित की जा रही हैं, ताकि देश में ऊर्जा की बढ़ती माँग में कमी की जा सके।  

विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भारत की ऊर्जा माँग के वर्ष 2013 और वर्ष 2030 के बीच दोगुनी होकर लगभग 1500 मिलियन टन तेल के समतुल्य हो जाने की सम्भावना है।  

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो का मिशन ऐसी नीतियाँ एवं रणनीतियाँ विकसित करने में सहायता प्रदान करना है, जिनसे इस व्यापक ऊर्जा माँग में कमी करने में मदद मिलेगी।  

यह ऊजा दक्षता उपायों को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन देने से सम्भव हो पाएगा। 

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