आर्द्र रूद्धोष्म दर,वायुमण्डलीय अस्थिरता क्या है?

आर्द्र रूद्धोष्म दर क्या है?


यह वायुमंडल में आर्द्र वायु के ठण्डे होने की दर है।
धरातल से ऊपर उठती हुई वायु अधिक ऊँचाई पर पहुँच कर संतृप्त हो जाती है और संघनन आरम्भ हो जाता है, संघनन की गुप्त उष्मा वायु में मिल जाती है जिससे वायु के ठण्डे होने की दर में कमी आ जाती है।

यह ताप ह्रास की दर प्रति 100 मीटर पर 0.38° से. (प्रति 1000 फीट पर 3° F) होती है, जो सामान्य ताप ह्रास दर और शुष्क रूद्धोष्म दर (Dry Adiabatic Rate) से कम होती है।


वायुमण्डलीय अस्थिरता क्या है?

असामान्य वायुमण्डलीय दशा जिसमें सामान्य ताप ह्रास-दर शुष्क रुद्धोष्म ह्रास-दर से अधिक होती है जिससे वायु अपने आस-पास की वायु की अपेक्षा गर्म होती है और स्वतः ऊपर उठती है।
यह अस्थिर होती है और वहाँ तक ऊपर उठती है जहाँ पर इसका तापमान अपने समीप वायु के तापमान के बराबर हो जाता है।
यहाँ पर वह स्थिर हो जाती है और उसका ऊपर उठना रुक जाता है।



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